प्रेगनेंसी टेस्ट करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। खासकर उन महिलाओं के लिए जो गर्भधारण की योजना बना रही हैं या फिर अनप्लांड प्रेगनेंसी से बचना चाहती हैं।
अक्सर महिलाओं के मन में यह सवाल होता है कि पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए?
इस ब्लॉग में हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे काम करता है, कब करना चाहिए, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे काम करता है?
प्रेगनेंसी टेस्ट एक सरल और प्रभावी तरीका है जो यह पता लगाता है कि क्या आप गर्भवती हैं। यह टेस्ट आपके यूरिन या ब्लड में hCG (ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन) हार्मोन की मात्रा को मापता है।
यह हार्मोन गर्भावस्था के दौरान शरीर में बनता है। जब एक महिला गर्भवती होती है, तो उसके शरीर में hCG का स्तर तेजी से बढ़ता है। प्रेगनेंसी टेस्ट इसी हार्मोन को डिटेक्ट करता है।
पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कब करे?
यह सवाल बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि गलत समय पर टेस्ट करने से नतीजे गलत आ सकते हैं। आइए जानते हैं कि पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए।
ओवुलेशन के बाद का समय
- ओवुलेशन के बाद अगर आपने संभोग किया है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सही समय ओवुलेशन के 10-14 दिन बाद होता है।
- ओवुलेशन के बाद अंडा फर्टिलाइज होता है और फिर यह गर्भाशय में इम्प्लांट होता है। इस प्रक्रिया में लगभग 6-12 दिन लगते हैं।
- इम्प्लांटेशन के बाद hCG हार्मोन का उत्पादन शुरू होता है। इसलिए ओवुलेशन के 10-14 दिन बाद टेस्ट करना सही रहता है।
पीरियड मिस होने से 5-7 दिन पहले
- कुछ प्रेगनेंसी टेस्ट किट ऐसी होती हैं जो पीरियड मिस होने से 5-7 दिन पहले ही प्रेगनेंसी का पता लगा सकती हैं।
- ये टेस्ट किट बहुत संवेदनशील होती हैं और कम मात्रा में hCG हार्मोन को भी डिटेक्ट कर सकती हैं।
- अगर आप पीरियड मिस होने से पहले टेस्ट करना चाहती हैं, तो ऐसी हाई सेंसिटिविटी वाली किट का इस्तेमाल करें।
सुबह के समय यूरिन टेस्ट करें
- सुबह के समय यूरिन में hCG हार्मोन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है।
- इसलिए पीरियड मिस होने से पहले टेस्ट करने के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है।
- अगर आप दिन के किसी और समय टेस्ट करती हैं, तो नतीजे गलत आ सकते हैं।
अगर पीरियड अनियमित है
- अगर आपका पीरियड अनियमित है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सही समय निर्धारित करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
- ऐसे में आपको अपने ओवुलेशन के बाद के दिनों को ध्यान में रखना चाहिए।
- अगर आपको लगता है कि आपने ओवुलेशन के बाद संभोग किया है, तो उसके 10-14 दिन बाद टेस्ट करें।
प्रेगनेंसी टेस्ट करते समय ध्यान रखने वाली बातें
प्रेगनेंसी टेस्ट करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इससे आपको सही नतीजे मिलेंगे।
सही टेस्ट किट चुनें
- मार्केट में कई तरह की प्रेगनेंसी टेस्ट किट उपलब्ध हैं। कुछ किट जल्दी रिजल्ट देती हैं, तो कुछ थोड़ी देर बाद।
- अगर आप पीरियड मिस होने से पहले टेस्ट करना चाहती हैं, तो हाई सेंसिटिविटी वाली किट चुनें।
- किट खरीदते समय उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें।
टेस्ट करने का सही तरीका
- टेस्ट करने से पहले किट के निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- यूरिन टेस्ट करते समय किट को सही तरीके से यूरिन में डुबोएं।
- अगर आप ब्लड टेस्ट करवा रही हैं, तो डॉक्टर की सलाह लें।
रिजल्ट को सही तरीके से पढ़ें
- टेस्ट करने के बाद रिजल्ट को सही तरीके से पढ़ें।
- अगर टेस्ट पॉजिटिव है, तो इसका मतलब है कि आप गर्भवती हैं।
- अगर टेस्ट नेगेटिव है, तो इसका मतलब है कि आप गर्भवती नहीं हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि टेस्ट गलत हो सकता है, तो कुछ दिन बाद दोबारा टेस्ट करें।
अगर टेस्ट नेगेटिव आए
- अगर टेस्ट नेगेटिव आता है, लेकिन आपका पीरियड नहीं आता है, तो कुछ दिन बाद दोबारा टेस्ट करें।
- कभी-कभी hCG हार्मोन का स्तर कम होने के कारण टेस्ट नेगेटिव आ सकता है।
- अगर दोबारा टेस्ट करने के बाद भी नेगेटिव आता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
अगर टेस्ट पॉजिटिव आए
- अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो इसका मतलब है कि आप गर्भवती हैं।
- इसके बाद आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और प्रेगनेंसी की पुष्टि करवानी चाहिए।
- डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट या अल्ट्रासाउंड के जरिए प्रेगनेंसी की पुष्टि करेंगे।
प्रेगनेंसी टेस्ट के प्रकार
प्रेगनेंसी टेस्ट दो प्रकार के होते हैं:
यूरिन टेस्ट
- यह सबसे आम और सरल तरीका है।
- इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है।
- यूरिन टेस्ट किट मार्केट में आसानी से उपलब्ध होती हैं।
- यह टेस्ट यूरिन में hCG हार्मोन की मात्रा को मापता है।
ब्लड टेस्ट
- ब्लड टेस्ट डॉक्टर के क्लिनिक में किया जाता है।
- यह टेस्ट यूरिन टेस्ट की तुलना में ज्यादा सटीक होता है।
- ब्लड टेस्ट दो प्रकार के होते हैं: क्वालिटेटिव और क्वांटिटेटिव।
- क्वालिटेटिव टेस्ट यह बताता है कि hCG हार्मोन है या नहीं।
- क्वांटिटेटिव टेस्ट यह बताता है कि hCG हार्मोन की मात्रा कितनी है।
प्रेगनेंसी टेस्ट के फायदे
प्रेगनेंसी टेस्ट करने के कई फायदे हैं:
जल्दी पता चल जाता है
- प्रेगनेंसी टेस्ट से आप जल्दी ही पता लगा सकती हैं कि आप गर्भवती हैं या नहीं।
- इससे आप समय रहते अपनी देखभाल शुरू कर सकती हैं।
सुविधाजनक
- यूरिन टेस्ट किट का इस्तेमाल करना बहुत आसान है।
- इसे घर पर ही किया जा सकता है।
सटीक नतीजे
- अगर टेस्ट सही तरीके से किया जाए, तो नतीजे बहुत सटीक होते हैं।
- हाई सेंसिटिविटी वाली किट से पीरियड मिस होने से पहले ही प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है।
बेस्ट प्रेगनेंसी टेस्ट किट्स
मार्केट में कई तरह की प्रेगनेंसी टेस्ट किट्स उपलब्ध हैं। कुछ बेहतरीन ऑप्शन इस प्रकार हैं:
- Prega News
- First Response
- Clearblue
- Dr. Trust
निष्कर्ष
पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है। यह आपको जल्दी ही प्रेगनेंसी का पता लगाने में मदद कर सकता है। लेकिन टेस्ट करते समय सही समय और सही तरीके का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
अगर आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो सही समय पर टेस्ट करें और डॉक्टर से सलाह लें। प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले अपने शरीर के संकेतों को समझें और सही निर्णय लें।